लघु एवं सूक्ष्म उद्यमियों हेतु सूचना केन्द्र
सूक्ष्म, लघु उद्यम कलस्टर विकास योजना
सूक्ष्म, लघु उद्यम कलस्टर विकास योजना
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा सूक्ष्म एवं लघु उद्यमियों की सामर्थ एवं देश में उनकी सामूहिकता बढ़ाने के साथ-साथ उत्पादों को और इनकी प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाने की मुख्यतम रणनीति के अधीन कलस्टर विकास का उपाय अपनाया हुआ है। कलस्टर वाली युनिटों के लिए विविध प्रकार की सेवाओं को देने के लिए, जैसे- बैंक एवं ऋण-दायी समितियों की सेवाएँ आदि जो कहीं अधिक बचत-प्रधान होती है, उद्यमियों के लिए तत्पर सेवाएँ उनके उत्पादों की लागत घटा देती है।
उपचारी अध्ययन रिपोर्ट (डी.एस.आर.) के माध्यम से कलस्टर विकास संबंधी जरूरतों के विषय में जाना एवं समझा जाता है। डी.एस.आर. के निष्कर्षों के आधार पर प्रशिक्षण, अभिमुखीकरण, सामर्थ निर्माण आदि में हल्का सा हस्तक्षेप किया जाता है और यदि आवश्यक होता है तो सामूहिक सुविधा केन्द्र (सी.एफ.सी.) की स्थापना कलस्टर विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत की जाती है।
उत्तर प्रदेश में इस संबंध में किए गये कार्य की अधिक जानकारी और विवरण यह लिंक देखें:
http://dcmsme.gov.in/MSE-CDProg.htm
श्री नारायण तातु राणे
माननीय मंत्री
श्री भानु प्रताप सिंह वर्मा
माननीय राज्यमंत्री
चॅंपियन विंडो
निर्यात सुविधा केन्द्रा (ई.एफ.सी.)
कर्मचारी कॉर्नर